दिल्ली चुनाव

सर्दी जा रही है और देश की राजधानी दिल्ली का राजनीतिक तापमान बढ़ता ही जा रहा है फरवरी के दूसरे हफ्ते में दिल्ली की नई सरकार बन जाएगी देखना दिलचस्प होगा की आप अपना प्रदर्शन दोहरा पाती है या नही केजरीवाल को शाहीन बाग का विरोध कितना रास आएगा और उनके दिल्ली को सस्ती बिजली पानी और शिक्षा देने का दावा कितना हकीकत है या कितना अफसाना यह भी साफ हो जाएगा दूसरी तरफ भाजपा दिल्ली को कब्जाने की पुरज़ोर कोशिश में लगी हुई है कश्मीर ऐन सी  ए  तीन तलाक  राम मंदिर आदि की सफलता तथा हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण पर सवार हो होकर पार्टी चुनावी वैतरणी पार करना चाह रही है