दुर्भाग्यपूर्ण

दीपिका ने नही सोचा मेघना गुलज़ार के बारे मे और वो छपाक की रिलीज़ के एक दिन पहले जे एन यू में कंन्हैया कुमार के बांये बाज़ू में खड़ी हो गई और बड़ी संख्या में लोगों ने फ़िल्म का बहिष्कार कर दिया और छपाक जैसी संवेदन शील फ़िल्म ज़्यादा नही चल पाई अजीब विडंबना है