यह समय मजलिसें लगाने का नही बल्कि घरों मे बैठ कर इबादत और प्रार्थना करने का है कोरोना केइस भयंकर संक्रमण काल मे कल दिल्ली के निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह के पास जो हज़ारों की भीड़ ने जो मज़मा लगाया वह बेहद आपत्तिजनक है कोरोना की चेन इस तरह कभी नही टूटेगी और लाखों जाने जाएंगी हम सबको ध्यान रखना होगा कि ऐसी घटना दुबारा न हो गांधीजी ने कहा था कि धर्म को अपनी आत्मा मे रखें उसे सड़कों पर न लाएंडक
मजलिस