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अंततः सिंधिया भाजपा मे चले गए अब मध्यप्रदेश की राजनीति में भूचाल आना महज़ वक्त की बात है वैसे ही विधायकों की खरीद फरोख्त की अटकलों ने प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ा रखा है उस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़ना प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति के समीकरणों को प्रभावित करने वाला कदम साबित होगा आगे आगे देखिए होता है क्या