अब ये साबित हो गया है कि अनियंत्रित विकास मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है लॉक डाउन ने हमे तकलीफ ज़रूर दी है पर ये भी दिखा दिया कि प्रदूषण मुक्त दुनिया कैसी होती है हमने प्रकृति का संसाधनों का इस बुरी तरह दोहन और शोषण किया है कि आज हवा पानी यहां तक कि फल सब्ज़ी तक ज़हरीले हो गए हैं विडम्बना है कि एक तरफ तो लाखों लोग कोरोना से मर रहे हैं वहीं सब कुछ बन्द होने से हवा पानी साफ हो गए हैं तरह तरह के पक्षी चहचहाहट से दुनिया को भर रहे हैं उम्मीद है कोरोना काल के बाद मनुष्य अपने विकास के मॉडल को बदलेगा और एक संयमित दुनिया का निर्माण करेगा
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