शुरू हों

जब लॉक डाउन के बाद लगभग


हर चीज़ खोली जा सकती है सिने प्लेक्स क्यों नही


खोले जा सकते हैं।आखिर इनके भी हज़ारों कर्मचारी बेरोज़गार हो गए हैं। उनकी भी रोज़ी रोटी बहाल होनी


चाहिए। और आजकल के आधुनिक सिने हॉल तो ऐसे बने हैं कि वहां तो आसानी से सामाजिक दूरी


का आसानी से ध्यान रखा जा सकता है।


फिर लगातार घाटा झेल रही फिल्म इंडस्ट्री और सिनेमा हॉल मालिकों को भी तो सरकार ही


घाटे से उबारेगी ना।